आजमगढ़ में नकल माफियाओं का सिंडीकेट: पुलिस भर्ती के बाद डीएलएड में भी सेंधमारी, जिला प्रशासन को लगातार चुनौती दे रही है
आजमगढ़ में डीएलएड परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले प्राचार्य सहित 12 आरोपियों को किया गया गिरफ्तार, कब्जे से 18 लाख 10 हजार बरामद।
आजमगढ़ जिले में नकल माफियाओं का सिंडिकेट जिला प्रशासन पर भारी पड़ता दिख रहा है। जिले में नकल माफियाओं की जड़े कितनी गहरी हैं। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जिले में होने वाली परीक्षाओं में सेंधमारी की तैयारी यह नकल माफिया पहले ही कर लेते हैं
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आजमगढ़ के सिधारी थाने में देर रात तक आरोपियों से होती रही पूछतॉछ।
कुछ मामले सामने आ पाते हैं। और बहुत से मामले दफन हो जाते हैं। मंगलवार को जिस तरह से डीएलएड (डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन) की परीक्षा में सामूहिक नकल पकड़ी गई। उससे साफ जाहिर होता है कि नकल कराने वाले कितने बेखौफ हैं। जिले के रानी की सराय इलाके के राजेंद्र प्रसाद स्मारक इंटर कॉलेज में नकल के बदले खुलेआम वसूली हो रही थी।
परीक्षा के दौरान SOG और शिक्षा विभाग की टीम जब कॉलेज पहुंची तो वहां टीचर्स बाकायदा डिक्टेशन देते हुए मिले। परीक्षार्थी एक साथ बैठकर किताबों से जवाब नोट कर रहे थे। टीम ने प्रिंसिपल के कमरे और टीचर्स की तलाशी ली। यहां से करीब 18.10 लाख रुपए बरामद हुए। प्रिंसिपल डॉ. अनूप कुमार सिंह सहित 12 शिक्षक और कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया। मामले की रिपोर्ट शिक्षा निदेशालय को भेजी गई है। इससे पूर्व भी जिले में यूपी टेट परीक्षा और पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
आजमगढ़ में डीएलएड परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले 12 आरोपियों की गिरफ्तारी पर बोले एसपी हेमराज मीणा,दर्ज होगा मुकदमा, होगी कठोर कार्रवाई।
कहीं डिक्टेशन तो कहीं किताब से नोट किए जा रहे थे जवाब
आजमगढ़ SP हेमराज मीणा ने बताया कि डीएलएड के थर्ड सेमेस्टर के परीक्षार्थियों की साइंस समेत 3 विषय की परीक्षा थी। हमें कुछ छात्रों से जानकारी मिली कि राजेंद्र प्रसाद स्मारक इंटर कॉलेज में नकल के लिए खुलेआम वसूली चल रही है। रुपए देने वालों को नकल कराई जा रही है।
इसके बाद SOG, एसपी सिटी और डाइट उपनिदेशक की एक टीम कॉलेज पहुंच गई। यहां मुख्य गेट से अंदर आने के बाद अधिकारी 1-1 कमरे में पहुंचे। सामने आया कि टीचर बच्चों को बाकायदा जवाब नोट करवा रहे थे। कई सीटों पर किताबें खुली रखी हुई थीं। कुछ परीक्षार्थी उनसे जवाब नोट कर रहे थे।
ऐसे में टीचर और कर्मचारियों की मिलीभगत से नकल होने की बात सामने आई। इसके बाद एक टीम प्रिंसिपल डॉ. अनूप के कमरे में पहुंची। तलाशी में यहां अलमारी में कई गडि्डयों में रखा हुआ 18 लाख रुपए कैश मिला। पुलिस ने टीचरों की तलाशी भी ली।
आजमगढ़ में मंगलवार को डीएलएड की परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले 12 आरोपियों से बरामद 18 लाख 10 हजार रूपए।
कॉलेज मैनेजमेंट की मिलीभगत से चल रही थी नकल
SP हेमराज ने बताया- पुलिस ने प्रिंसिपल डॉ. अनूप कुमार सिंह के अलावा चंद्रशेखर राय, संतोष पटेल, संजय राय, नीरज राय, नवीन कुमार सिंह, अंकुर सिंह, अवनीश यादव, वीरेंद्र मौर्य, रामाकार सिंह, विकास मिश्रा, और दीनदयाल यादव को हिरासत में लिया है।
पहले भी 8 और 10 अगस्त को परीक्षाएं हुई थीं। हमें उस वक्त भी नकल की जानकारी मिली थी। मगर पुख्ता नहीं हो पाई थी। इस रेड में पूरे स्कूल मैनेजमेंट की मिलीभगत पाई गई। हमने 12 टीचर और कर्मचारियों का नाम FIR में शामिल किया है।
आजमगढ में 24 जनवरी को यूपी टेट परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले 22 आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद प्रेस कांफ्रेंस करते तत्कालीन एसपी अनुराग आर्य।
24 जनवरी 2022 को टेट परीक्षा में सेंधमारी करने वाले 22 आरोपियों की हुई थी गिरफ्तारी
आजमगढ़ जिले में 24 जनवरी 2022 को यूपी टेट परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले 22 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। आरोपी TET, UPTET, CTET, PET परीक्षाओं में पैसा लेकर पास कराने का ठेका लेते थे। 24 जनवरी को TET परीक्षा का खुलासा करते हुए DIOS ऑफिस के बाबू और कई स्कूलों के प्रबंधकों सहित 22 आरोपियों को जिले के एसपी अनुराग आर्य ने गिरफ्तार किया था।
इन सभी 22 आरोपियों पर गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई भी की गई थी। इसके साथ ही इस मामले में सात आरोपियों को नकल माफिया भी घोषित किया गया था। जिन आरोपियों ने तीन-तीन लाख में अभ्यर्थियों को पास कराने का कांट्रैक्ट लिया था और डेढ़ लाख एडवांश के रूप में लिया गया था।
आजमगढ़ में 17 फरवरी को पुलिस भर्ती परीक्षा में गड़बडी करने वाले सात आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद प्रेस कांफ्रेस करते तत्कालीन एसपी अनुराग आर्य।
पुलिस भर्ती परीक्षा में भी हो चुकी है सेंधमारी
आजमगढ़ जिले की पुलिस ने 17 फरवरी 2024 को पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए सात आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इस गैंग के सदस्यों द्वारा अभ्यर्थियों को झांसा देकर पूरा गैंग संचालित कर रहे थे। यह आरोपी पास कराने का झांसा दे रहे थे। आरोपियों के कब्जे से 14 लाख के चेकर, छह फर्जी आधार कार्ड, 10 मोबाइल फोन और एक काले रंग की स्कार्पियो भी बरामद किया गया है।
जिले के कंधरापुर थाने की पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने यह गिरफ्तारी की थी। मामले का खुलासा करते हुए तत्कालीन एसपी अनुराग आर्य ने घटना में शामिल सभी दोषियों के विरूद्ध गैंगेस्टर एक्ट और 4 ए गैंगेस्टर एक्ट के तहत प्रापर्टी जब्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में आजमगढ़ और जौनपुर के बड़ी संख्या में आरोपी शामिल थे।
आजमगढ़ में 17 फरवरी को पुलिस भर्ती परीक्षा का खुलासा करते तत्कालीन एसपी अनुराग आर्य।
तीन से चार लाख हो रही थी प्रति अभ्यर्थियों से वसूली
इस मामले का खुलासा करते हुए तत्कालीन एसपी अनुराग आर्य ने बताया था कि यह सभी आरोपी अभ्यर्थियों से तीन से चार लाख रुपए वसूलते थे। इसके साथ ही ऐसे अभ्यर्थियों को टार्गेट करते थे जो कि गांव के भोले-भाले लोग हैं। जो परीक्षा में पास होने के लिए इस तरह से प्रयास करते थे।
आरोपियों में गौरा बादशाहपुर के रहने वाले हरिवंश यादव पर जौनपुर के लाईन बाजार थाने में जबकि जौनपुर के रहने वाले आरोपी पवन कुमार सिंह पर जौनपुर के बरसठी थाने में गंभीर आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं। आजमगढ़ के मेंहनगर थाना क्षेत्र में जियासड़ के रहने वाले आरोपी राजेश तिवारी पर जौनपुर के सरायख्वाजा थाने में तीन जबकि आजमगढ़ जिले के मेंहनगर थाने में हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज है।
आजमगढ़ में पुलिस भर्ती परीक्षा में गड़बडी का विजय कनौजिया था मास्टर माइंड, तमिलनाडृ में करता था एफसीआई में नौकरी।
विजय कनौजिया था मास्टरमाइंड
पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा का मास्टरमाइंड विजय कनौजिया था जिसे जिले की एसओजी टीम ने चेन्नई से बाद में गिरफ्तार किया था। विजय कनौजिया पर 25 हजार का इनाम भी घोषित किया गया था।विजय कन्नौजिया मूलरूप से बरदह थाना इलाके का रहने वाला है। जो तमिलनाडु में एफसीआई में नौकरी करता था। वहीं रहकर नकल का कारोबार चलाता था। विजय कन्नौजिया का नाम आरओ एआरओ की परीक्षा में पेपर लीक कराने को लेकर सामने आया था।
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